Ujjain Mahakal Mandir: महाकाल के दर्शन करने जा रहे हैं तो पहले जान लीजिये ये बातें
श्री महाकालेश्वर मंदिर मध्य प्रदेश के प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित है। यह मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिगों में से एक है। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में महाकाल लिंगम को स्व-प्रकट माना जाता है। उज्जैन के यह मंदिर भारत के 18 महाशक्ति पीठों में से एक है। महाकालेश्वर मंदिर की भस्मा आरती इस मंदिर की खास विशषता है। जिसके लिए आपको पहले से ही बुकिंग करानी होती है। अगर आप भी उज्जैन महाकाल मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं। तो उससे पहले आपको इस मंदिर के बारे में कुछ जरूरी बातें अवश्य पता होनी चाहिए। आज की पोस्ट में हम आपको Ujjain mahakal Mandir से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं। इसलिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें।
Ujjain Mahakal Mandir Location
श्री महाकालेश्वर मंदिर भारत देश के मध्यप्रदेश के प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित है। आप बस, ट्रेन या फ्लाइट किसी भी माध्यम से आसानी से यहां पहुंच सकते हैं।
- निकटतम हवाई अड्डा
दर्शन करने के लिए आप इंदौर के लिए फ्लाइट ले सकते हैं। महाकालेश्वर मंदिर का निकटतम एयरपोर्ट अहिल्या बाई होल्कर है। यहां से मंदिर की दूरी लगभग 51 किलोमीटर है। जिसके बाद बची हुई दूरी को आप बस से कवर कर सकते हैं।
2. बस के माध्यम से
आप बस के माध्यम से भी उज्जैन पहुंच सकते हैं। महाकाल मंदिर का दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और भोपाल जैसे विभिन्न शहरों के साथ एक अच्छी तरह से जुड़ा हुआ सड़क मार्ग है।
3. ट्रेन के माध्यम से
उज्जैन जंक्शन, पिंगलेश्वर, विक्रम नगर और चिंतामन मंदिर के निकटतम रेलवे स्टेशन है। ओंकारेश्वर से मंदिर तक ट्रेन के सफर में करीब 3 घंटे का समय लगेगा।
Ujjain Mahakal Mandir: Best time to visit
उज्जैन के महाकाल मंदिर की उत्पत्ति को लेकर कई रहस्य है। आपको बता दें कि यह मंदिर स्वयं भू प्रकट है। यानी किसी ने भी इस मंदिर का निर्माण नहीं कराया है। शिवपुराण के अनुसार इस मंदिर की स्थापना श्री कृष्ण के पिता नंद जी की आठ पीढ़ी पूर्व हुआ था। इस ज्योतिर्लिंग की खासियत यह है कि बाबा महाकाल इस मंदिर में दक्षिण मुखी होकर विराजमान है।
महाकालेश्वर मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का है। क्योंकि इस समय यहां का मौसम सबसे अच्छा होता है। इन महीनों में यहां का न्यूनतम तापमान लगभग 20 डिग्री सेल्सियस होता है। यहां का वातावरण भक्तों और पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। सर्दियों के मौसम में यहां राते ज्यादा ठंडी होती है। उज्जैन शहर में कुंभ का मेला हर बारह वर्ष बाद मार्च के महीने में लगता है। जिसमें शामिल होने लाखों श्रद्धालु आते हैं।
Ujjain Mahakal Mandir : श्री महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग कैसे करें?
महाकाल मंदिर की भस्म आरती सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। जिसके लिए लोगों को ऑनलाइन बुकिंग करानी होती है। कोविड के दौरान दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा चालू की गई थी जो अभी भी है। आइये जानते है कि महादेव की भस्म आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग कैसे करें?
- सबसे पहले आपको उज्जैन महाकाल मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
- होम पेज पर आपको Darshan Ticket Online पर क्लिक करना है
- इसके बाद आपको दो विकल्प दिखाई देंगे।
1. General Darshan Ticket
2. Paid Darshan Ticket. - मान लीजिये हमने Paid Darshan Ticket. पर क्लिक किया है।
- अब आपके सामने अगला पेज खुल कर आएगा।
- यहां पर आपको अपना नाम, पता मोबाइल नं आदि जानकारियों को ध्यानपूर्वक भरना है।
- अब आपको अपनी टिकट का भुगतान करना होगा।
- भुगतान करने के लिए आपको कई विकल्प मिलेंगे।
- भुगतान के बाद आपको एक रिसीविंग प्राप्त होगी।
- इस तरह आप दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।
Know more about Ujjain Mahakal mandir
- भारत के बारह ज्योतिर्लिंग में से एक महाकाल में शिवलिंग को स्वयंभू माना जाता है।
- हिंदू पुराणों के अनुसार, उज्जैन के राजा चंद्रसेन की भगवान शिव के प्रति भक्ति से चकित एक पांच वर्षीय बालक श्रीकर था। तो श्रीकर ने एक पत्थर लिया और उसे शिव के रूप में पूजा करने लगे। कई लोगों ने तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी भक्ति बढ़ती रही। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने ज्योतिर्लिंग का रूप धारण किया और महाकाल वन में निवास करने लगे
- उज्जैन में स्थित इस मंदिर की भस्म आरती की काफी मान्यता है। यह भस्म ताजा मुर्दों के अंतिम संस्कार की राख से की जाती है।
- महाकालेश्वर मंदिर भी सात ‘मुक्ति स्थल’ में से एक है।
- उज्जैन में स्थित इस मंदिर की भस्म आरती की काफी मान्यता है। यह भस्म ताजा मुर्दों के अंतिम संस्कार की राख से की जाती है।
- इस मंदिर में महादेव दक्षिणमुखी में प्रकट है। जो दूसरों के विपरीत शक्ति प्राप्त करता है।
- इसकी वास्तुकला की बात करें तो मंदिर को मराठा, भूमिजा और चालुक्य स्थापत्य शैली में बनाया गया है।
- महाकालेश्वर मंदिर में पांच स्तर हैं। महाकालेश्वर की मूर्ति भूतल पर स्थित है।
निष्कर्श
तो दोस्तों आज हमने Ujjain Mahakal Mandir से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को आपसे साझा किया है। तो अगर आपने महाकाल के दर्शन कराने का मन बना लिया है तो दर्शन के लिए बुकिंग अवश्य करा लें। हमारी यह पोस्ट आपको कैसी लगी हमें अवश्य बताएं। अन्य किसी जानकारी के लिए नीचे दिये गए कमेंट बॅाक्स पर क्लिक करें।
धन्यवाद,
यह भी पढ़ें
